हिमाचल प्रदेश में सेब सीजन का हुआ आगाज़ , सरकार ने बागवानों के लिए लॉन्च की ‘हिम सेब एप’

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हिमाचल प्रदेश में गुरुवार से आधिकारिक रूप में सेब सीजन शुरू हो गया है। शिमला की ढली मंडी और ठियोग की पराला मंडी से करीब 88000 पेटी सेब देश की बड़ी मंडियों को रवाना की जा चुकी हैं। अर्ली वैरायटी की करीब एक लाख पेटियां अब तक मार्केट में पहुंच चुकी हैं। पिछले सीजन में इस समय 60000 पेटी मंडियों में पहुंची थी। प्रदेश की सबसे बड़ी पराला मंडी में एपीएमसी चेयरमैन नरेश शर्मा ने पहली बार सेब बागवानों के लिए क्रेट लांच किया।

 इससे पहले कुल्लू के बागवान अपने स्तर पर ही क्रेट में सेब बेच रहे हैं। अब ऊपरी शिमला के बागवानों को राहत तो मिलेगी ही इसके साथ ही वे आर्थिक नुकसान से भी बचेंगे। नई व्यवस्था से बागवानों को प्रति किलो 7 रुपये लाभ मिलेगा। बागवानों को यह क्रेट बाजारों में 90 रुपये के दाम पर मिलेगा। हालांकि, कुछ बागवान नाराज हैं कि यह सेब का नहीं टमाटर का क्रेट है। इसमें नया कुछ नहीं है।

उधर, प्रदेश सरकार ने बागवानों के लिए ‘हिम सेब एप’ का शुभारंभ किया है। गुरुवार को शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने ठियोग के फागू स्थित सेब नियंत्रण कक्ष में एप लांच किया। नई व्यवस्था में अब यहां से गुजरने वाले हजारों सेब ट्रकों की इसी एप के माध्यम से एंट्री होगी। इससे कार्य पेपरलेस होगा, वहीं हजारों बागवान ठगी से भी बच सकेंगे। नित्थर उपहसील के निचले इलाकों में सेब सीजन शुरू हो गया है। स्पर किस्म के साथ अब रॉयल सेब ने भी मंडियों में दस्तक दे दी है। खेगसू मंडी में रॉयल सेब प्रति पेटी 2000 से 2500 तक बिक रहा है। शुरुआती दौर में अच्छे दाम मिलने से बागवान गदगद हैं।