हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज कुछ बदला बदला सा नज़र आएगा। मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में 24 व 25 अक्टूबर को कुछ स्थानों पर मौसम बिगड़ने वाला है, तूफान चलने के साथ बिजली चमकने का भी आदेश है। इस दौरान लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है। सोलन और शिमला में 22 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक मौसम ठंडा रहने का अनुमान लगाया गया है हालांकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ़बारी का भी ज़िक्र किया गया है। अगले दो दिन प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर मौसम साफ रहने की संभावना है। 24 व 25 को प्रदेश में बारिश के साथ बर्फबारी की भी संभावना जताई गई है। ऐसे में लोगों को प्रचंड ठंड का भी सामना करना पड़ सकता है। लाहौल में बीते कल बुधवार को बर्फ में फंसे दो सौ से ज्यादा पर्यटक रेस्क्यू कर लिए गए हैं, लेकिन सरचू में अभी भी पर्यटक फंसे पड़े हैं, जिन्हें निकालने के लिए बीआरओ मार्ग बहाली में जुटा है। ऐसे में दोबारा बर्फबारी होने पर रेस्क्यू अभियान में भी दिक्कत आ सकती है। जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में 12, कुल्लू में दो व किन्नौर में तीन सड़कें बाधित हैैं। लाहुल-स्पीति में 15 व किन्नौर में आठ स्थानों पर विद्युत आपूर्ति बाधित है। तो वहीं लाहुल-स्पीति में 12 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैैं। जलशक्ति विभाग इन्हें बहाल करने में जुटा भी हुआ है।

ताज़ा अपडेट के अनुसार मौसम खराब होने के कारण हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर (Kinnaur) जिले में चीन सीमा के साथ लगते छितकुल में ट्रेकिंग करने गए 8 पर्यटकों समेत कुल 11 लोग लापता हो गए हैं. समुद्रतल से करीब 20 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित लम्खागा पास चोटी में इस दल के लापता होने की सूचना है. यह दल लम्खागा पास के लिए ट्रैकिंग करने निकला था, लेकिन 17,18 और 19 अक्टूबर को मौसम खराब होने के कारण यह दल लापता हो गया है. इस दल में आठ सदस्य, 1 कुक और दो गाइड शामिल हैं. जिला प्रशासन ने इन ट्रेकरों का पता लगाने के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) से मदद मांगी है.
प्रशासन के मुताबिक इसी दल के साथ गए छह हिमाचल के पोर्टर 18 अक्तूबर को पर्यटकों का सामान छोड़कर छितकुल के रानीकंडा पहुंच गए हैं। संभावना जताई जा रही थी कि 19 अक्तूबर तक पर्यटक और कुकिंग स्टाफ छितकुल पहुंच जाएंगे, लेकिन बुधवार सुबह तक पर्यटक दल और कुकिंग स्टाफ का कोई पता नहीं चला पाया. लापता हुए 8 ट्रेकर दिल्ली और कोलकाता के रहने वाले हैं. ये सभी बीती 11 अक्टूबर को हर्सिल से छितकुल के लिए रवाना हुए थे. इन्हें 19 अक्टूबर को वहां पहुंचना था लेकिन ये जब मंगलवार को वहा नहीं पहुंचे तो ट्रेकिंग आयोजकों ने उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय को इस बारे में सूचित किया. उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि उत्तराखंड और छितकुल पहाड़ी के बीच लम्खागा पास में ट्रैकिंग पर निकले पर्यटकों के लापता होने की सूचना मिली है. सीमा पर तैनात आईटीबीपी के जवानों से भी लापता ट्रैकरों को तलाश करने के लिए मदद मांगी गई है.