हिमाचल प्रदेश में पांचवीं और आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों की नियमित कक्षाएं शुरू होने के आसार कम हो गए हैं। दो अगस्त से 10वीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने के बाद पांचवीं-आठवीं के विद्यार्थियों के भी स्कूल खोलने की उम्मीद थी लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की संभावना ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। दस अगस्त को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में स्कूल खोलने के फैसले की समीक्षा होगी। विभागीय अधिकारियों ने स्कूल आने वाले विद्यार्थियों और संक्रमित हुए विद्यार्थियों व शिक्षकों का ब्योरा एकत्र करना शुरू कर दिया है।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाए गए नियमों के साथ विद्यार्थियों के लिए दो अगस्त से स्कूल खोले गए हैं। जिस तरह से एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, वह चिंता का विषय है। पिछले कुछ दिनों में स्कूल खुलने के बाद छात्रों और शिक्षकों के संक्रमित होने के मामले सामने आए हैं। ऐसे में दस अगस्त को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में स्कूलों के संचालन को लेकर लिए गए निर्णय की समीक्षा की जाएगी। सरकार का प्रयास रहेगा कि कोरोना के खतरे से छात्रों को किस तरह से बचाया जाए और बिना स्कूल बंद किए उनकी पढ़ाई भी जारी रखी जाए। उन्होंने कहा कि सभी तथ्यों का एकत्र कर कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा।
चार हजार शिक्षकों की भर्ती पर अभी संशय
शिक्षकों की विभिन्न श्रेणियों के चार हजार पदों को भरने का मामला दस अगस्त की कैबिनेट बैठक में लगने पर अभी तक संशय बना हुआ है। प्रस्ताव को अभी तक वित्त महकमे से मंजूरी नहीं मिली है। अगर सोमवार को फाइल वापस लौट आएगी तो मंगलवार की बैठक में प्रस्ताव लगेगा।
टेट को उम्र भर मान्य करने का होगा फैसला
टेट को उम्र भर के लिए मान्य करने का फैसला मंगलवार की बैठक में हो सकता है। शिक्षा विभाग ने इस बाबत प्रस्ताव तैयार कर लिया है। केंद्र सरकार ने कुछ माह पूर्व ही टेट को उम्र भर के लिए मान्य करने के आदेश जारी किए हैं। अब राज्यों को भी औपचारिकता के लिए इस फैसले को मंजूरी देना शेष है।