अमित कुमार
02 June, 2021
बिग स्टोरी, शिमला
कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद व्यापारियों ने कैसे न कैसे करके दुकाने तो खुलवा लीं लेकिन व्यापार अभी पटरी पर लौटना बाकी है। इसके बावजूद कई लोगों का व्यापार दुकानों का मौहताज नहीं था जिनमे शिमला के माल रोड पर हर आने वाले पर्यटक की यादों को एक तस्वीर में संजो कर यादगार बनाने वाले फोटोग्राफर भी शामिल हैं। भले ही हिमाचल प्रदेश में सरकार ने दुकानें खोलने का एलान कर दिया हो लेकिन 05 घंटों के बाजार खुलने से इन्हें कोई राहत नहीं मिली। आमतौर पर शिमला पर्यटकों से भरा रहता था और फोटोग्राफर भी पर्यटकों पर निर्भर रहते थे। लेकिन आजकल पर्यटकों की राह तकती शिमला नगरी में पर्यटकों का अकाल पड़ा है जिस कारण माल रोड पर फोटोग्राफर बेकार घूमने को मजबूर हैं।
फोटोग्राफर एसोसिएशन के प्रधान अरुण कुमार पिछले लगभग 40 सालों से शिमला माल रोड पर फोटोग्राफी का काम करते हैं . इनका कहना है कि उनके जीवन में उन्होंने ऐसा समय कभी नहीं देखा जैसे इन दो सालों में देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन आने के बाद लोग वैसे भी अपने फ़ोन ले लेते हैं और अब फोटोग्राफर भी बढ़ गए हैं तो काम वैसे भी कम हुआ था लेकिन कोरोना के इन दो सालों में काम बिलकुल ख़त्म हो गया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी सरकार से कोई मदद नहीं मिली और इस साल भी अब तक नहीं मिली है। ऐसे में अब सरकार से कुछ उम्मीद करते हैं कि कुछ राहत प्रदान की जाए।
रवि नामक फोटोग्राफर ने कहा कि इतना बुरा समय कोरोना काल में देख रहे हैं जबकि कभी उन्होंने स्मार्टफ़ोन आने के बाद भी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि कमरे का किराया, बिजली, खाना जैसी ज़रूरतें कैसे पूरी होंगी। सरकार को इस पर सोच कर कुछ करना चाहिए, राहत प्रदान करनी चाहिए।