औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के मंधाला मे स्थित हिमाचल व हरियाणा सीमा पर स्थित खुदाबख्श(रेहडु) गांव में एक व्यक्ति के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद बीबीएन के दो गांवों में अफरा-तफरी का माहौल है। दरअसल यहां के लोग इस वजह से खौफजदा है कि क्योंकि इन दो गांवों कोटियां व कालुझिंडा के 20 परिवारों को यह कोरोना संक्रमित व्यक्ति रोजाना दूध बेचने जाया करते थे ।
जानकारी के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की सीमा से सटे हरियाणा के खुदाबकश गांव में कोरोना के मामले सामने आने के बाद हिमाचल भी अलर्ट पर आ गया है। दरअसल खुदाबख्श (रेहडु) गांव में एक दूध बेचने वाले परिवार के लोगों में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया है, जिसके बाद दोनों राज्यों के सीमावर्ती इलाकों में अफरा-तफरी में दहशत का माहौल है।बीबीएन प्रशासन ने मामले के सामने आने के बाद हरकत में आते हुए एहतियातन दो गांवों के 100 से ज्यादा लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया है।इसके अलावा आशा वर्कर इन सभी ग्रामीणों के स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है।
इस मामले में हरियाणा सरकार ने 27 लोगों को अपने राज्य में क्वारंटाइन किया है, यह वह लोग हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों में दूध बेचते हैं। इसी कड़ी में जब गहन पड़ताल हुई, तो पता चला कि यह परिवार हिमाचल की दो पंचायतों कालूझिंडा और कोटियां में भी दूध बेचने जाते थे।
कोरोना संक्रमित खुदाबकश(रेहडु) निवासी नूर मोहम्मद अपने दो अन्य साथियों के साथ कोटियां व कालुझिंडा गांव में दूध की सप्लाई करते थे। पुलिस ने जब उक्त लोगों से पूछताछ की, तो पता चला कि हिमाचल के लगभग ऐसे 20 परिवार हैं, जो इन दूध बेचने वालों के संपर्क में है।
बददी पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए दोनों गांवों के करीब 100 ग्रामीणों को होम क्वारंटाइन कर दिया है। उक्त लोगों पर आशा वर्कर, पंचायत प्रधान और पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा और अगले 14 दिनों तक यह लोग अब घरों से बाहर नहीं निकल सकेंगे।
एसपी बद्दी रोहित मालपानी ने पुष्टि करते हुए बताया कि कालूझिंडा व कोटियां गांव के 20 परिवारों करीब 100 लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है, यह लोग कोटियां और कालूझिंडा के निवासी हैं, जो साथ लगी हरियाणा सीमा क्षेत्र के खुदाबख्श(रेहडु) गांव के लोगों से दूध लेते थे। उक्त लोगों को आशा वर्करों की निगरानी में 14 दिन के होम क्वारंटाइन पर भेजा गया है।