Himachal Pradesh: 19June, 2021
मार्च 2020 में लॉक डाउन होने के कारण पूरे देश की आर्थिक गतिविधियों पर रोक लग गई थी। लेकिन जब अनलॉक हुआ तो अन्य दुकानें काफी पहले खुलीं थीं लेकिन जिम का नंबर काफी देरी से आया और इसके बावजूद लोगों के डर के कारण लोगों को जिम जैसी जगहों पर वापसी करने में काफी वक़्त लगा लेकिन उसके बाद भी जैसे तैसे काम थोड़ा शुरू हुआ और उसके बाद एक बार फिर हिमाचल प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद सभी दुकाने खुल चुकी हैं लेकिन अब तक जिम खोलने को लेकर सरकार ने कोई फैसला नहीं किया है। बड़ी बात यह है कि हिमाचल प्रदेश में जिम चलाने वाले अधिकतर लोग युवा नौजवान होते हैं ऐसे में नौजवानों के रोज़गार पर संकट आ जाता है लेकिन शायद नौजवान व्यापारियों की तरह सरकार पर दबाव नहीं बना पा रहे इसलिए अभी नौजवानों के रोज़गार पर सरकार विचार नहीं कर पा रही।
डब्लयूएफएफ जिला सोलन के अध्यक्ष और जिम संचालक कौस्तुभ सिंह का कहना है उन्हें जिम शुरू करने के बाद लॉक डाउन की मार झेलनी पड़ी. जिसके बाद लॉक डाउन खुला भी तो जिम का नंबर काफी बाद में आया। इसके बाद काफी समय बाद काम पटरी पर लौटने के बाद एक बार फिर हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू लगा। इसके बाद सभी दुकाने खुल चुकी हैं लेकिन जिम खोलने की परमिशन अभी भी मिल नहीं पाई है। उन्होंने कहा कि हमारे साथ साथ और भी कई लोग जुड़े हैं जिनसे सभी का घर चलता है ऐसे में आखिर हम क्या करें?
कौस्तुभ बताते है कि जिम में आकर लोग तंदरुस्त होते हैं और साथ ही वे युवाओं को नशे से दूर रखने में बड़ा रोल अदा करते हैं। इसलिए उन्होंने सरकार से अपील की है कि सरकार उन्हें जिम खोलने को लेकर जो भी एसओपी जारी करेगी हम उसी के साथ जिम खोलने को तैयार हैं। उन्होंने ये भी कहा कि बाजार में जगह जगह कई ऐसे स्थान हैं जहां लोग नियमों को तोड़ रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि बाजार में ऐसी कौन सी जगहें हैं जहां स्वास्थ्य व इम्युनिटी बढ़ाने को लेकर मदद या नुस्खे मिलते हैं। ऐसी जगह की कमी जिम पूरा करती हैं इसलिए सरकार जल्द से जल्द जिम खोलने की इजाज़त दे.