हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को धमकी देने के मामले में पुलिस ने यहां खालिस्तान समर्थक समूह ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (एसएफजे) के सदस्य गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ देशद्रोह समेत अन्य धाराओं में शनिवार को मुकदमा दर्ज किया है। यह धमकी सुबह 10:54 बजे एक साथ शिमला के अधिकांश पत्रकारों को एक रिकॉर्डेड फोन कॉल के जरिए दी गई। फोन करने वाले ने खुद की पहचान एसएफजे के जनरल काउंसल गुरपतवंत सिंह पन्नू के रूप में की है। कॉल के माध्यम कहा गया कि वह जयराम ठाकुर को भारतीय तिरंगा फहराने नहीं देंगे। हिमाचल प्रदेश पंजाब का हिस्सा था एक बार जब पंजाब को आजाद कर लिया जाएगा तो हिमाचल प्रदेश के उन इलाकों पर भी कब्जा कर लेंगे जो पंजाब का हिस्सा थे।
इस कॉल और भेजे गए संदेश की जांच आतंकी गतिविधि के एंगल से की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि आरोपी गुरपखवंत सिंह खालिस्तान समर्थक गुट सिख्स फॉर जस्टिस का सदस्य है। इस संगठन को भारत सरकार ने 2019 में भारी विरोधी गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। इस संगठन का नेटवर्क विदेशों में है। जांच के दौरान यह भी पता चला है कि सभी कॉल वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल के तहत की गई थीं।
कॉल की जांच की जा रही है। साथ ही रिकॉर्डिंग की वॉयस स्पेक्टोग्राफी भी कराई जाएगी। इस जांच में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की भी मदद ली जाएगी। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों पंजाब से सटे हिमाचल के नयनादेवी इलाके के मील पत्थरों पर शरारती तत्वों ने लिख दिया था कि इस जगह से खालिस्तान की हद शुरू होती है। इस मामले में भी हिमाचल पुलिस जांच कर रही है।