शिमला 03 अप्रैल जिला दण्डाधिकारी शिमला अमित कश्यप ने आज सर्व धर्म सभा के प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मज़हब नहीं सिखाता कोरोना को छुपाना। उन्होंने कहा कि शिमला में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए शिमला में बाहर से आने वाले लोेगों की जानकारी जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग अथवा 1077 पर देना सुनिश्चित करें ताकि इस संक्रमण से हम अपने परिवार और समाज को बचा कर रखने में सक्षम हो सके। उन्होंने कहा कि मरकज निजामुदीन से अगर जिला में कोई व्यक्ति आया है तो उसकी सूचना तुरन्त जिला प्रशासन तथा पुलिस को देना सुनिश्चित करें। सभी धर्मों के प्रतिनिधियों के साथ इस बैठक में उन्होंने साफ-सफाई, निरंतर हाथ धोने की प्रक्रिया को अपनाने, सैनेटाइजर व मास्क के उपयोग तथा सामाजिक दूरी बनाएं रखने की आवश्यकता पर बल दिया।उन्होंने कहा कि विभिन्न मस्जिदों में रह रहे लोेग विशेष रूप से सामाजिक दूरी बनाएं रखे क्योंकि इस संक्रमण का फैलाव भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में अधिक संभावित है। उन्होंने कहा कि गुरूद्वारों, मस्जिदों व अन्य जगहों पर बनने वाले लंगर के दौरान लंगर बनाने वाले व्यक्ति द्वारा गल्बस, मास्क तथा हेड केयर पहनना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने नगर निगम शिमला को शिमला नगर की विभिन्न मस्जिदों व गुरूद्वारों में नियमित रूप से सफाई व सैनिटेशन के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सभी लोेग व्यक्तिगत तौर पर इस संकटकाल में कोरोना संक्रमण से बचाव की लड़ाई में अपना सहयोग प्रदान करें।इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ओमापति जम्वाल, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी कानून एवं व्यवस्था प्रभा राजीव, उपमण्डलाधिकारी शहरी नीरज चांदला के अतिरिक्त गुरू सिंह सभा के अध्यक्ष सरदार जसविन्द्र सिंह, स्नातन धर्म सभा के अध्यक्ष अजय सूद, संयुक्त सचिव दीपक श्रीधर व उपाध्यक्ष प्रदीप सूद, जामा मस्जिद लोअर बाजार से बशीर अहमद, फियाज़, बालुगंज मस्जिद से मोलाना, मुमताज अहमद कासमी, मोहमद अजीज, जतोग चर्च से मार्कस, सेंट माईकल चर्च रिपन से फादर टी.राज, क्राइस्ट चर्च से सोहन लाल तथा रिज स्थित चर्च से डेबिट रोजर ने सर्व धर्म सभा बैठक में भाग लिया।