भूरेश्वर महादेव: जहां से शिव पार्वती ने देखा था महाभारत का युद्ध

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भूरेश्वर महादेव: जहां से शिव पार्वती ने देखा था महाभारत का युद्ध क्वागधार स्थित शिव मंदिर को लोग भूरेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जानते हैं. यह मंदिर सिरमौर जिले के नाहन-शिमला हाइवे पर पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के सराहां कस्बे से महज 12 किलोमीटर दूर है. समुद्र तल से करीब 6800 फीट ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर काफी प्राचीन बताया जाता है. मंदिर के पुजारी, स्थानीय लोगों सहित मंदिर की दीवार पर लिखी गई कहानी के अनुसार द्वापर युग में कुरूक्षेत्र के मैदान में कौरवों और पांडवों के बीच लड़ा गया युद्ध क्वागधार पर्वत के शिखर पर बैठकर भगवान शिव और मां पार्वती ने यही से देखा था. तभी से यहां पर स्वयंभू शिवलिंग की उत्पत्ति मानी जाती है. बताते हैं कि मंदिर में स्थित शिवलिंग 35 से 50 फीट पर्वत के नीचे धरती तक समाया है. यह मंदिर पच्छाद क्षेत्र के लोगों का कुल देव का मंदिर भी है. स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां आने वाले भक्तों की सच्चे मन से मांगी गई फरियाद भगवान भोले नाथ जरूर पूरी करते हैं. रीतिअनुसार मंदिर में रखे गए नगाड़े बजाने के बाद ही भक्त भगवान भोले से प्रार्थना करते हैं.

भूरेश्वर महादेव की यह पर्वत श्रृंखला देवदार, कायल, बान, चीड़, बुरांस और काफल के पेड़ों से गुलजार है जो यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती है. इस पर्वत श्रृंखला से चंडीगढ़, पंचकुला, मोहाली, सोलन, कसौली, शिमला, चूड़धार और हरियाणा की मोरनी हिल्स का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है.क्वागधार पर्वत श्रृंखला सहित आसपास की प्राकृतिक सुंदरता को देख पर्यटक बार-बार यहां स्वयं ही खींचे चले आते हैं. क्वागधार स्थित भूरेश्वर महादेव मंदिर में पूरे वर्ष श्रद्धालुओं और पर्यटकों का तांता लगा रहता है. मंदिर के प्रति लोगों की भरपूर आस्था है. देश के विभिन्न हिस्सों से क्वागधार पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए सबसे नजदीक के रेलवे स्टेशन धर्मपुर, सोलन और कालका हैं. चंडीगढ़ से क्वागधार की दूरी 70 किलोमीटर है. जिला मुख्यालय नाहन से मंदिर की दूरी तकरीबन 52 किलोमीटर है. क्वागधार के समीप सबसे नजदीक का एयरपोर्ट शिमला और चंडीगढ़ है. नाहन-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पानवा से मंदिर की दूरी मात्र दो किलोमीटर है. मंदिर तक संपर्क सडक का निर्माण किया गया है. पर्यटकों और श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए नैनाटिक्कर में धर्मशाला, हिमाचल टूरिज्म के होटल, सराय और अन्य निजी होटल सहित हिमाचल सरकार के विश्रामगृह उपलब्ध हैं