हिमाचल सरकार ने टोक्यो ओलंपिक में 41 साल बाद भारत को हॉकी में कांस्य पदक दिलाने वाली भारतीय पुरुष टीम के सदस्य वरुण कुमार को 75 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान करेगी। वरुण कुमार चम्बा जिला के डलहौजी उपमंडल के मूल निवासी हैं। हालांकि वर्तमान में उनका परिवार पंजाब के जालंधर में रहता है।
प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने भारतीय हॉकी टीम को पदक जीतने पर बधाई देते हुए प्रदेश सरकार से वरुण कुमार को नकद पुरस्कार देने की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खेल नियमों के प्रावधान के तहत नकद पुरस्कार देने की बात कही थी। बाद में मुख्यमंत्री ने वरुण कुमार को 75 लाख रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की।
चंबा के रहने वाले हैं वरुण कुमार
चंबा जिले के डलहौजी उपमंडल की ओसल पंचायत के खलंदर गांव निवासी वरुण कुमार का जन्म 25 जुलाई 1995 को हुआ था. वर्तमान में वह परिवार सहित पंजाब के जालंधर में रह रहे हैं. वरुण ने पढ़ाई डीएवी स्कूल से की है. पंजाब के जालंधर में शिक्षा ग्रहण करने के बाद वरुण अब भारत पेट्रोलियम कंपनी नोएडा में सेवाएं दे रहे हैं. उधर, बेटे की उपलब्धि से परिजनों में खुशी का माहौल है. परिवार ने पदक जीतने के बाद वीडियो कॉल पर वरुण से बात की है.