बिना खाए-पिए 10 दिन तक पेड़ पर लटके रहने को मजबूर कप्पल ,भूखे भालू ने फिर भी नहीं छोड़ा पीछा

Sharing is caring!

शादी के बाद नया-नवेला कपल जंगल में गया तो था पिकनिक मनाने, लेकिन यहां उसे जो कुछ भी झेलना पड़ा, वो किसी बुरे सपने से कम नहीं था. ऐंटोन और नीना बोगदानोव के लिए 10 से मौत से आंखमिचौली खेलने वाले थे. उन्हें सहारा मिला पेड़ों का वरना उनका पीछा कर रहे जंगली भालू ने उनका शिकार ही कर लिया होता.

साइबेरिया के Kamchatka इलाके की ये खौफनाक घटना है. इसके बारे में सुनकर ही आप एक बार के लिए सुन्न पड़ जाएंगे. ऐंटोन और नीना बोगदानोव नाम के कपल ने शादी के बाद एडवेंचर के लिए जंगल में एक रात बिताने का प्लान बनाया था. जंगल में जाते हुए उनकी गाड़ी एक गहरे गड्ढे में फंस गई और यहीं से शुरू हो गया उनका खौफनाक सफर.

जहां ये कपल फंसा था, वहां न तो मोबाइल कवरेज था और न ही कोई और दूसरा वाहन. उन्होंने वहां से Banniye Springs के टूरिस्ट बेस जाने का फैसलाा किया. वे जैसे वहां से कुछ दूर चले उन्हें पीछे से भालू आता हुआ दिखा. पहले तो उन्होंने भालू को डराने की कोशिश की और वो डरा भी लेकिन उसने बाद में उन्हें दौड़ाना शुरू कर दिया. किसी तरह 200 यार्ड तक ढलान पार करके पति-पत्नी एक पेड़ पर चढ़ गए. नीना बताती हैं कि भालू ने एक बार तो उनके पति को करीब-करीब मार ही डाला था, लेकिन उन्होंने पानी की बोतल फेंककर उसका ध्यान भटकाया और उनके पति पेड़ पर चढ़ गए. उन्होंने करीब 2 दिन उसी पेड़ पर गुजारे और भालू उन्हें लगातार वहां से देखता रहा.

उन्होंने दो दिन बाद किसी तरह उस पेड़ से उतरकर नदी के दूसरे किनारे पर जाने का फैसला किया. वे जैसे ही नदी पार कर किनारे पर पहुंचे भालू फिर उन्हें दौड़ाने लगा. एक बार फिर उन्हें पेड़ का ही सहारा लेना पड़ा. कपल का कहना है कि हालात ये थे कि भालू लगातार उनके नीचे उतरने का ही इंतजार कर रहा था. ऐसे में एक शख्स सोता भी था तो दूसरा उसकी निगरानी करता था. उन्होंने एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर चढ़ते हुए किसी तरह 10 बिताए. उनके पास खाने को भी कुछ नहीं था और जंगल में ठंड भी बहुत थी.

10 दिन तक इंतज़ार करने के बाद आखिरकार भालू ने हार मान ही ली और वो किसी दूसरे शिकार की तलाश में चला गया और किसी तरह ये कपल अपनी गाड़ी तक पहुंच गया. यहां उन्हें और गाड़ियां दिखाई दीं और रेस्क्यू टीम भी, तब जाकर उनकी जान में जान आई. इसी बीच उन्हें पता चला कि पिछले साल भालू 4 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. वे जिस जंगल में गए थे, वहां करीब 23 हजार जंगली भालू रहते हैं.