बिना किसी उपकरण के एक मेल हेल्थ वर्कर तैनात

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स्वारघाट:- एलसी शर्मा कोरोना वायरस को लेकर एक  तरफ जहां जिला बिलासपुर पुलिस बाहर से आने  वाले पर्यटकों व   प्रदेश वासियों पर पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं वहीं दूसरी तरफ स्वस्थ्य विभाग इस बात को लेकर संजीदा नहीं दिखा। प्रदेश के प्रवेश द्वार गरामौडा में बाहर से वाले हर व्यक्ति की जांच के लिए बिना किसी उपकरण के एक मेल हेल्थ वर्कर तैनात किया जाना अपने आप में एक चिंता का विषय है। प्रवेश द्वार पर जी मेल हेल्थ वर्कर की तैनाती की गई है चिकित्सा उपकरण के नाम पर मात्र एक दस रुपए वाला थर्मामीटर व सेनेटाइजर की एक बोतल हाथ में थमा दी है।  ऐसे में बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की जांच किस तरह से की का सकती हैं ये सोचने का विषय है। रविवार को जिला मण्डी के दो युवक दोहा कतर से वापिस अपने घर मण्डी आ रहे थे। जिन्हे गरामौडा में संदेह के आधार पर रोक लिया गया। उनको रोका जा वाजिब था लेकिन उनकी चिकित्सा जांच के कोई प्रबन्ध नहीं थे उनका टेंप्रेचर चेक करने के लिए मात्र एक थर्मामीटर था। उन दोनों को रोक तो लिए गया लेकिन उन्हें भेजा जाना था ये प्रशासन की जिम्मेवारी थी। हालांकि उन दोनों युवकों को दिल्ली हवाई अड्डे पर चिकित्सा परीक्षण से गुजरते हुए भेज दिया गया था। स्वस्थ्य विभाग को चाहिए कि यदि प्रदेश के प्रवेश द्वार पर किसी चिकित्सक की तैनाती उपकरणों सहित की जाती। यहां सवाल यह भी पैदा होता है कि एक  मेल हेल्थ वर्कर किसी का चिकित्सा निरीक्षण करने में समर्थ है भी या नहीं

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