फर्जी ख़बरों से बचने के लिए हिमाचल सरकार का वेब पोर्टल

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मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोविड-19 से संबंधित फर्जी और असत्यापित समाचारों की जानकारी अपलोड करने के लिए आज वेब पोर्टल http://fakenews.hp.gov.in लाॅन्च किया, ताकि ऐसी खबरों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सूचना उपलब्ध करवाने वाले व्यक्ति की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस तरह की जानकारी किसी गुमनाम व्यक्ति द्वारा न दी जाए, इस वेब पोर्टल में कई सिक्योरिटी फीचर्स जैसे ओटीपी इत्यादि का प्रावधान रखा गया है।

फर्जी खबरों की सूचना व्हाट्सएप करें
लोग कोविड-19 से संबंधित मीडिया में प्रसारित की जा रही फर्जी और अप्रमाणित सूचनाओं की जानकारी ई-मेल: fakenews-unit@hp.gov.in पर या व्हाट्सएप नम्बर 9816323469 पर दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने जन साधारण से आग्रह है कि वे कोविड-19 से संबंधित किसी भी मीडिया प्लेटफार्म द्वारा प्रचारित अथवा प्रसारित की जा रही सूचना को उपरोक्त माध्यम से सरकार द्वारा गठित फेक न्यूज माॅनिटरिंग यूनिट के संज्ञान में लाएं ताकि आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जा सके।

सोशल मीडिया पर कोविड-19 की गलत सूचना डालने से बचें
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाचार पत्रों, टेलीविजन न्यूज चैनलों तथा डिजिटल/सोशल मीडिया द्वारा कोविड-19 से संबंधित तथ्यपरक सूचनाओं के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है, जिससे राज्य के लोगों को इस वैश्विक महामारी के बारे में सही जानकारी मिल रही है। उन्होंने कहा कि यह भी देखा गया है कि समाचार मीडिया, विशेष रूप से कुछ सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म कोविड-19 से संबंधित असत्यापित जानकारी को प्रसारित कर रहे हैं, जिससे लोगों में डर फैल रहा है। उन्होंने सभी मीडिया प्लेटफार्मों और सभी हितधारकों से अफवाह और असत्यापित खबरें न फैलाने और लोगों को सत्यापित जानकारी प्रदान करने में सरकार के साथ सहयोग करने का आग्रह किया ताकि इस वैश्विक महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सभी एकजुट होकर लड़ सकें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए राज्य में कोरोना वायरस के हाॅट स्पाॅट सील करने के निर्देश
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए आज शिमला से प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में कोरोना वायरस के सभी हाॅट स्पाॅट को सील कर दिया जाए ताकि यह वायरस आगे न फैल सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसे हाॅट स्पाॅट कांगड़ा, चंबा, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाॅट स्पाॅट क्षेत्रों में कर्फ्यू में किसी भी तरह की छूट प्रदान नहीं की जाएगी तथा हाॅट स्पाॅट में आवश्यक वस्तुओं को होम डिलीवरी के माध्यम से पहुॅचाने का प्रबन्ध किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों में होम डिलीवरी सिस्टम को मजबूत करें, ताकि लोगों को प्रतिदिन की जरूरत की वस्तुओं को प्राप्त करने के लिए घरों से बाहर न आना पड़े। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में वाहनों के चलाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।

मुख्यमंत्री ने सभी हाॅट स्पाॅट स्थलों को सैनेटाईज करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान आरम्भ किया जाएगा और इसके साथ-साथ वहां फीवर क्लिनिक भी खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी बुखार तथा कफ के लक्षणों वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों में शीघ्र सीसीटीवी कैमरे लगाने को कहा, ताकि ऐसे लोगों का पता लगाया जा सके, जो सरकारी आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी और इसे पहनना भी अनिवार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कदम वायरस के फैलने से रोकने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने राज्य के लोगों को घर पर बने मास्क उपलब्ध करवाने के लिए गैर सरकारी संगठनों से आगे आने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में शुरू किए गए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर पहुंच कर लगभग 59 लाख लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी एकत्र की गई है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिले के चैरिटेबल अस्पताल भोटा, एस.एस. मैमोरियल आशीर्वाद अस्पताल चंबा, जिला सिरमौर के सिविल अस्पताल सराहां तथा जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी स्थित अग्रवाल अस्पताल को सैकेंडरी केयर अस्पताल के रूप में अधिसूचित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब तक 5035 व्यक्तियों को कोरोना वायरस की निगरानी में रखा गया था, जिनमें से 2556 लोगों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है। उन्होंने कहा कि आज राज्य में कोविड-19 के 114 व्यक्तियों की जांच की गई, जिसमें से 57 सैंपल नैगेटिव पाए गए जबकि शेष 57 सैंपलों की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। मुख्य सचिव श्री अनिल खाची ने उपायुक्तों को कोविड-19 के रोगियों के सम्पर्क पर निगरानी रखने के लिए विशेष बल देने को कहा। अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) श्री आर.डी. धीमान ने कहा कि अब तक राज्य में 773 व्यक्तियों की कोरोना वायरस की जांच की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 28 पाॅजिटिव लोगों में से दो लोग नैगेटिव पाए जाने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। इसके अलावा, चार व्यक्तियों को राज्य से बाहर इलाज के लिए गए हैं और एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई है। उन्होंने कहा कि शेष 21 व्यक्ति राज्य के विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं।

जीवन रक्षक दवाओं का सुचारू उत्पादन सुनिश्चित करने में फार्मा कम्पनियों की मदद करेगी सरकार : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि राज्य सरकार हाइड्राॅक्सीक्लोरोक्विन सहित विभिन्न जीवन रक्षक दवाओं के सुचारू उत्पादन को सुनिश्चित करने के लिए बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ क्षेत्र में फार्मा कंपनियों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने आज शिमला से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैडिला, डाॅ. रेड्डीज, अल्केमिस्ट और टोरेंट जैसी प्रमुख फार्मा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत में यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार फार्मा कंपनियों के लिए कर्मचारियों के सुचारू आवागमन के अलावा कच्चे माल और दवाओं की आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि इन कंपनियों से दवाओं की ढुलाई के लिए पर्याप्त संख्या में ट्रक उपलब्ध करवाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने फार्मा कम्पनियों द्वारा अपनी अधिकांश इकाइयों में फिर से उत्पादन शुरू करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की लगभग 250 फार्मा इकाइयों ने फिर से उत्पादन शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकांश कंपनियां हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन की मांग को पूरा कर रही हैं। इस दवाई की न केवल भारत में ही बल्कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की महामारी के लिए मांग है। विभिन्न फार्मा कंपनियों के प्रतिनिधियों ने दवाई उत्पादन कार्यों को शुरू करने व फार्मा कम्पनियों को सुविधा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।

कोरोना से निपटने के लिए अशंदान
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आज शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से हि.प्र. कोविड-19 साॅलिडेरिटी रिस्पाॅंस फंड में एक करोड़ रुपये का बैंक ड्राफ्ट भेंट किया। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक श्री अरूण सिंह धूमल ने एसोसिएशन की ओर से कोविड-19 से निपटने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 20 लाख रुपये का अशंदान किया। मुख्यमंत्री ने इस पुनित कार्य के लिए आभार व्यक्त किया।

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