गत रात्रि दिनांक 16-05-2021को ESI अस्पताल परवाणू से थाना परवाणु में सूचना प्राप्त हुई कि *एक महिला वर्षा मिन्हास पत्नि श्री संजय कुमार मिन्हास निवासी गांव व डाकघर दरकाटी तहसील ज्वाली जिला कांगड़ा हिमाचल प्रदेश हॉल किरायेदार BLOCK No-11 A3 सैक्टर 06 परवाणू तहसील कसौली जिला सोलन आयु 34 वर्ष को सैक्टर 06 परवाणू रिहायशी मकान की छत्त से गिरने के कारण ईलाज के लिए लाया गया था जोकि BROUGHT DEAD है।
उपरोक्त सूचना उपरांत परवाणु पुलिस द्वारा ESI अस्पताल परवाणु व सैक्टर 06 परवाणु में पहुंच कर मृतका के पति संजय तथा अन्य रिश्तेदारों/पड़ोसियों सहित मौका का निरिक्षण किया गया तो पाया कि मृतिका वर्षा अपने पति व अपनी बेटी के साथ BLOCK No-11 A3 सैक्टर 06 परवाणु में सबसे ऊपर वाली तीसरी मंजिल में रहती थी। जो छत्त/लेंटर पर जाने के लिए लोहे की सिढ़ियां बनी हैं तथा छत्त/लेंटर पर चारों तरफ छोटी सी सीमेंट की दीवार/रेलिंग जिसकी ऊंचाई लगभग 1 ½ से 2 फुट के करीब है बनी हुई हैं तथा छत्त पर व दीवार/रेलिंग पर बंदरों द्वारा मल भी किया गया है। छत्त के ऊपर तीसरी मंजिल से मृतका गिर कर बिल्डिंग के पिछली तरफ टंकियों के बीच में पक्के फर्श पर गिरनी पाई गई तथा जिस स्थान पर मृतका वर्षा गिरी । वहां पर खून के निशान भी पाए गए हैं। उसके उपरांत ई0एस0 आई0 अस्पताल परवाणू में मृतिका के पति व मौजूद अन्य लोगों के ब्यान कलमबद्ध किए गए । मृतिका के पति संजय कुमार ने अपने ब्यान में तैहरीर करवाया कि दिनांक 16-05-2021 की रात को समय 9.00 बजे के करीब इसकी पत्नी ने इसे व इसकी बेटी को खाना दिया व खुद घूमने के लिए छत्त पर चली गई। करीब 9.15 बजे रात को इसे इसकी पत्नी की जोर से चिल्लाने की आवाज सुनाई दी जिस पर यह भाग कर छत्त की तरफ गया तथा छत्त पर अपनी पत्नी को ढूंढा लेकिन वह छत्त पर दिखाई नहीं दी फिर किसी ने नीचे से आवाज लगाई की वर्षा नीचे बिल्डिंग के पिछली तरफ टंकियों के बीच में गिरी है जिस पर यह भाग कर नीचे गया तथा देखा कि इसकी पत्नी वर्षा बिल्डिंग कि पिछली तरफ पक्की जगह पर टंकियों के बीच में सिर के बल गिरी है जिसके सिर में काफी गहरा घाव था तथा काफी मात्रा में खून बह रहा था जिस पर यह अपनी पत्नी को पड़ोसियों की मदद से गाड़ी में ESI अस्पताल ले आए जहां पर डॉक्टर साहब ने इसकी पत्नी वर्षा को मृत घोषित किया। संजय कुमार व अन्य लोगों ने अपने ब्यान में तैहरीर किया कि इनकी कॉलौनी में बहुत बंदर है जो मकानों की छतों पर आते रहते हैं । वर्षा बंदरों से बहुत डरती थी जो वर्षा किसी बंदर से डर कर छत से गिरी है। अभी तक मृतका वर्षा की मृत्यु पर कोई शक शुबा नहीं पाया गया है।