हिमाचल प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद व्यापारी वर्ग में सरकार के इस फैसले को लेकर काफी काफी नाराज़गी थी जिस के बाद व्यापारियों ने कोरोना कर्फ्यू के नियमों को तोड़कर दुकाने खोल देने का फैसला किया जिसके लिए उन्होंने सरकार को 18 मई तक का अल्टीमेटम दिया था। इस बीच सरकार ने व्यापारियों के साथ चर्चा का रास्ता अपनाते हुए उनसे बात की और आश्वासन दिया कि आने वाली 26 मई तक वे सरकार का साथ दें और सरकार इस दौरान व्यापारियों के लिए कोई प्रावधान ज़रूर करेगी ताकि किसी को कोई नुक्सान न हो। यह जानकारी सोलन के प्रमुख व्यवसायी कुशल जेठी ने मीडिया को दी।
कुशल जेठी ने कहा कि व्यापारी दूकान न खुलने से बहुत दुखी है। इस निर्णय को लेकर पिछले कल मंडी में प्रदेश व्यापार मंडल के साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चर्चा की और आग्रह किया कि अभी कुछ दिन अपना निर्णय वापसी ले लें और साथ ही मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन भी दिया कि सरकार क्रमबद्ध तरीके से व्यापारियों की दुकाने खोलने का रास्ता अपनाएगी। और इस आग्रह और आश्वासन को व्यापार मंडल ने मानते हुए 26 मई तक अपना निर्णय टालने का फैसला किया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि सरकार द्वारा 26 मई को जारी होने वाली नई एसओपी में ही क्रमबद्ध तरीके से दुकाने खोलने के आदेश मिलेंगे।
कुशल जेठी ने कहा कि जब स्थिति ऐसी है कि मरना ही है तो कोरोना से नहीं तो फिर जनता बेरोज़गारी से ही मर जायेगी। और अगर मरना ही है तो दुकाने खोल कर मरेंगे। कुशल जेठी ने कहा कि धीरे धीरे कोरोना के मामले भी घट रहे हैं इसलिए थोड़े दिन हम सरकार की बात का आदर करते हुए सरकार के फैसले के साथ चलेंगे। वरना दुकाने खोल दी जायेगी।