सोलन, दिनांक 13.03.2020, क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में आज कोरोना वायरस के संबंध में खंड चिकित्सा अधिकारियों, आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की एक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजन उप्पल ने की।
डॉ. उप्पल ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव ही सर्वोत्तम उपाय है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कम से कम 20 सैकिंड तक साबुन व पानी से अपने हाथ अच्छी तरह से धोएं। साबुन व पानी उपलब्ध न होने पर एल्कोहल आधारित हैंड सेनेटाइजर का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि बिना धुले हाथों से आंख, नाक और मुंह को न छुएं। खांसते और छींकते समय मुंह व नाक ढक लें। उन्होंने कहा कि बुखार, खांसी, सिरदर्द, नाक से पानी बहना तथा सांस लेने में तकलीफ होने की स्थिति में तुरंत समीप के स्वास्थ्य केंद्र अथवा अस्पताल में संपर्क करें।
उन्होंने कहा कि आपस में हाथ न मिलाकर नमस्ते से ही अभिवादन करें। खांसते व छींकते समय अपनी कोहनी की तरफ मुंह करें व कभी सामने वाले की तरफ मुंह करके नहीं खांसे। भीड़ वाले स्थानों पर जाने से परहेज करें। खांसी या जुकाम हो तो नजदीक के स्वास्थ्य संस्थान में संपर्क करें।
कार्यशाला में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनके गुप्ता ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों का आह्वान किया कि इस बीमारी से भयभीत न हो और आम जनता को भी इससे भयभीत न होने के लिए जागरूक करें। उन्होंने आमजन से भी आग्रह किया कि इस बीमारी के संबंध में किसी भी प्रकार की अफवाहों से सावधान रहें।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 को महामारी के रूप में घोषित कर दिया गया है और महामारी अधिनियम के अंतर्गत यदि कोई भी व्यक्ति रोग की रोकथाम के संबंध में जारी निर्देशों का पालन नहीं करता है तो उसे सज़ा का भी प्रावधान है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय सिंह ने कहा कि चीन, जापान, हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड, दक्षिणी कोरिया, जर्मनी, फ्रांस, मलेशिया, वियतनाम, इंडोनेशिया, इटली, ईरान, नेपाल व स्पेन से जो भी व्यक्ति यात्रा करके आया है तो उसको 14 दिन तक अपने घर के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है। बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को संपर्क करना होगा। इसके लिए निःशुल्क दूरभाष नंबर 104 पर किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
